बी कॉम फुल फॉर्म – बी कॉम के बाद क्या करें (B.Com Full Information)

बी कॉम फुल फॉर्म
Rate this post

बी कॉम फुल फॉर्म

हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी बायोलॉजी की वेवसाइट पर। आजके इस आर्टिकल में हम आपको बी कॉम की फुल फॉर्म क्या होती है? बी कॉम क्या है? बी कॉम में कौन कौन से कोर्स होते हैं? बी कॉम में कितने सब्जेक्ट होते हैं? बी कॉम करने के बाद क्या करना चाहिए? तथा बी कॉम करने के बाद कौन कौन से नौकरी के फॉर्म भर सकते हैं? बी कॉम कितने साल में कम्पलीट होता है? तथा बी कॉम  से सम्बंधित और भी बहुत सारी जानकारी हम आज के इस आर्टिकल में देने वाले हैं। जो आपकी जानकारी के लिए काफी उपयोगी होने वाली है।

पिछले आर्टिकल में हमने आपको एनडीए के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जिसमें हमने आपको एनडीए के बारे में बताया जैसे एनडीए क्या है? एनडीए की फुल फॉर्म क्या होती है? एनडीए में प्रवेश लेने के लिए कौन कौन सी परीक्षाएं देना होती हैं? एनडीए करने की समय सीमा क्या है? एनडीए में प्रवेश के लिए क्या योग्यता होना चाहिए। एनडीए की परीक्षा में कौन कौन से सब्जेक्ट आते हैं? तथा एनडीए से जुड़ी जानकारी के बारे में बताया । आज हम आपको बी कॉम किसे कहते हैं? इसकी फुल फॉर्म क्या होती है? तथा बी कॉम से संबंधित सभी प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी हम आज के इस आर्टिकल में देगे। तो बिना किसी देरी के शुरू करते हैं आज का आर्टिकल।

मनोविज्ञान क्या है?

बी कॉम की फुल फॉर्म क्या होती है?

B.COM की फुल फॉर्म BACHELOR OF COMMERCE होती है। यह 12वीं  के बाद की जाने वाली अंडर ग्रेजुएशन डिग्री होती है। जिसमें एडमिशन पाने के लिए आपको 12वीं कक्षा को किसी भी स्ट्रीम से पास करना होता है। जो भी विद्यार्थी बैचलर ऑफ़ कॉमर्स का कोर्स करते हैं उन्हें इसके अंतर्गत अकाउंटिंग, पैसों का लेन देन, इनकम टैक्स, पीएफ और तथा फैनेंस से सम्बंधित कई बाते पढ़ाई और सिखाई जाती हैं। जो की बहुत ही महवपूर्ण होती हैं।

बी कॉम क्या है?(बी कॉम फुल फॉर्म)

बी कॉम कक्षा 12वीं के बाद किया जाने वाला कोर्स होता है। इसे ज्यादातर वे विद्यार्थी करते हैं जिनको अपना कैरिएर बैंकिंग के क्षेत्र में बनाना होता है। बी कॉम को बैचलर ऑफ़ कॉमर्स के नाम से भी जाना जाता है। इसको एक और नाम से भी जाना जाता है जिसे वाणिज्य में स्नातक कहा जाता है। इस कोर्स को करने वाले विद्यार्थियों को अकाउंटिंग, इनकम टैक्स, बैंकिंग और फैनेंस से सम्बंधित बाते पढ़ाई और सिखाई जाती हैं। कक्षा 12वीं के बाद अगर आप बी कॉम करते हैं तो आपको बी कॉम करने के लिए तीन साल का समय देना होता है। इस कोर्स को करने के लिए आपको रेगुलर पढ़ाई करनी होती है।

बी कॉम करने के बाद विद्यार्थी बिज़नस फील्ड में और अकाउंटिंग बैंकिंग की फील्ड में अपना कैरिएर बना सकते हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को डिग्री मिल जाती है तब वह ग्रेजुएट कहलाने लगते हैं। बैचलर ऑफ़ कॉमर्स करने के बाद अगर आप आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप इसी की आगे की डिग्री मास्टर ऑफ़ कॉमर्स कर सकते हैं।

बी कॉम क्या है?

बी कॉम कैसे करें?

बी कॉम करने के लिए क्या क्या करना चाहिए तथा बी कॉम कैसे करें इसकी जानकारी हम आपको इस लेख में देने वाले हैं। जो निम्नलिखित है।

कक्षा 10 में

आप जिस भी फील्ड में जाना चाहते हैं आप को उसका फैसला कक्षा 10 में ही कर लेना चाहिए। अगर आप बैंकिंग या बिज़नस के क्षेत्र में अपना करिएर बनाना चाहते हैं तो आपको कक्षा 10 से ही अपना सफ़र चालू करना पढ़ेगा। कक्षा 10 से ही आपको गणित और अर्थशास्त्र जैसे विषयों में अच्छी पढ़ाई करनी होगी। इसके साथ आप को अच्छे अंको के साथ कक्षा 10 को पास करना होगा।

कक्षा 11 में

कक्षा 10 पास करने के बाद आप अगर साइंस या आर्ट्स से कक्षा 12 पास करते है। तो भी आप बी कॉम के लिए एलेजिबल हो जाते हैं लेकिन अगर आप कॉमर्स के स्टूडेंट हैं तो गणित, अर्थशास्त्र और अकाउंटिंग जैसे विषय आप के पढ़े हुए होते हैं जिनका आपने  बारीकी के साथ अध्यन करा होता है। जिस कारण आपको बी कॉम का सेलेबस समझने में आसानी होती है और ग्रेजुएशन में काफी मदद मिलती है। इसलिए आपको कक्षा 11 मे कॉमर्स स्ट्रीम का चुनाव करना चाहिए। और 12 कक्षा में जी लगाकर पढ़ना चाहिए जिससे आप कक्षा 12 में अच्छे अंक से पास हो सकें।

कक्षा 12 के बाद

कक्षा 12 पास करने के बाद आपको बी कॉम के कोर्स को करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना पढ़ता है। इसके बाद आप का मेरिट बेस पर एडमिशन होता है। कुछ यूनिवर्सिटी ऐसी हैं जिनमे आपको एडमिशन पाने के लिए टेस्ट देना होता है। इस टेस्ट को देने के बाद या मेरिट लिस्ट में नुम्बर आने के बाद आपको बैचलर ऑफ़ कॉमर्स में एडमिशन मिल जाता है। इसके बाद आप को लगातार तीन साल की मेहनत के बाद आपको बी कॉम की डिग्री मिलती है।

बी कॉम के सब्जेक्ट (बी कॉम फुल फॉर्म)

बी कॉम में कई सब्जेक्ट पढ़ाये जाते हैं जो निम्नलिखित हैं।

  1. बैंकिंग |
  2. इकोनॉमिक्स |
  3. बिज़नेस लॉ |
  4. टैक्सेशन |
  5. कम्पनी लॉ |
  6. फाइनेंसियल एकाउंटिंग |
  7.  कॉस्ट एकाउंटिंग
  8.  बिज़नेस आर्गेनाईजेशन |
  9.  इनकम टैक्स |
  10.  मैनेजमेंट |

बी कॉम के सब्जेक्ट

बी कॉम करने के फायदे

  1. इस कोर्स को करने के बाद आप अकाउंटिंग की फील्ड में अपना कैरिएर बना सकते हैं।
  2. बी कॉम करने के बाद आप एम कॉम, एम बी ए और एमसीए जैसे कोर्स को कर सकते हैं और पोस्ट ग्रेजुएट बन सकते हैं।
  3. इसे करने के बाद आप सीए का कोर्स कर सकते हैं।
  4. बीकॉम करने के बाद आप गवर्नमेंट और प्राइवेट नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
  5. इस कोर्स को करने के बाद आपको फाइनेंस और अकाउंटिंग और टैक्स की अच्छी खासी इनफार्मेशन प्राप्त हो जाती है।
  6. इस कोर्स को करने के बाद लोग अधिकतर बैंक में नौकरी पाने का प्रयास करते हैं।
  7. किसी भी दुकान के अकाउंट के काम को आप अच्छी तरह से संभाल सकते हैं।

बी कॉम के बाद नौकरी

ऊपर के आर्टिकल में हमने आपको बी कॉम क्या है? बी कॉम कैसे करें? बी कॉम के सब्जेक्ट और बी कॉम करने के फायदे क्या क्या होते हैं इसके बारे में जानकारी दी अब हम आपको बी कॉम के बाद कौन सी नौकरी कर सकते हैं इसके बारे में बताएँगे। जो निम्नलिखित हैं।

  • बैंकिंग और इन्शुरन्स |
  • टैक्स कंसलटेंट |
  • कंपनी सेक्रेटरी |
  • चार्टर्ड अकाउंटेंट |
  • अकाउंटेंट
  • एचआर |
  • स्टॉक ब्रोकरेज |
  • इंडियन नेवी |
  • सिविल सर्विस में नौकरी |
  • इनकम टैक्स डिपार्टमेंट |
  • इंडियन रेलवे |

किशमिश खाने के फायदे

निष्कर्ष (बी कॉम फुल फॉर्म)

दोस्तों हमने आपको बी कॉम क्या है? बी कॉम की फुल फॉर्म क्या होती है? बी कॉम कैसे करें? बी कॉम में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं? इसके बारे में बताया है। इसके साथ साथ हमने बी कॉम के सब्जेक्ट के बारे में बताया है, और साथ ही बी कॉम के फायदे तथा बी कॉम के बाद नौकरी के बारे में बताया है। इस महत्वपूर्ण टॉपिक के बारे में हर छात्र को पता होना चाहिए। आशा करता हूँ आपको बी कॉम की फुल फॉर्म के बारे में पता लग गया होगा। इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकारी हम अपनी वेवसाइट पर देते रहते हैं। इसी प्रकार की और भी जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी बायोलॉजी की वेवसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *