किडनी की बीमारी के 10 संकेत – रखें इन खास बातों का ख्याल

किडनी की बीमारी के 10 संकेत
हेल्लो दोस्तों कैसे हैं आप उम्मीद करता हूँ कि आप लोग अच्छे होंगे। हमारे आज के इस आर्टिकल किडनी की बीमारी के 10 संकेत में आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार के साथ बताएँगे कि किडनी की संरचना कैसी होती है? किडनी के क्या क्या कार्य होते हैं? किडनी की बीमारी में किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उम्र के बड़ने के साथ-साथ आमतौर पर लोगो के शरीर के अंगो में कमी आना शुरू हो जाती है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है की किडनी यानी गुर्दे को स्वस्थ रखने के लिए हमें अपनी जीवन शैली को बेहतर रखना चाहिए। जिसके लिए हमें अपने सही खान पान के साथ रोजाना वर्कआउट करना चाहिए। किडनी में किसी प्रकार की समस्या होने पर हमारे शरीर में कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं। जो निम्नलिखित हैं।
Contents
हमेशा थकान महसूस होना
कई बार देखा गया है कि शरीर में उपस्थित उत्सर्जी पदार्थ उत्सर्जी अंगो जैसे किडनी के द्वारा बहार नहीं आ पाते हैं और वे किडनी में जमा होते रहते हैं। ऐसे में किडनी ठीक तरह से काम नहीं कर पाती है ऐसे में व्यक्ति को थकान महसूस होने लगती है। इसके अलावा शरीर में कमजोरी लगना और ध्नयान को केन्द्रित न कर पाना जैसे समस्याएँ देखने को मिलती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किडनी में एक हार्मोन बनता है। जब इस हार्मोन की कमी होती है, तो रूधिर मासपेशियों और मस्तिष्क को उचित मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुँचा पाती है। आप इस आर्टिकल में विस्तार के साथ किडनी की बीमारी के 10 संकेत के बारे में जानेगे।
अच्छी नींद न आना
सभी शोध अनिद्रा और क्रोनिक किडनी डिजीज के बीच एक जुड़ाव देखने को मिलता है जो आप के शरीर को समय के साथ नुकसान पहुँचाते हैं। और किडनी का फेल होना उन्हीं का कारण बनता है। अनिद्रा व्यक्ति के शरीर से पर्याप्त ऑक्सीजन को प्राप्त करने से रोककर व्यक्ति के गुर्दों को आंशिक रूप से नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट का भी मानना है कि हमें स्वस्थ रहने के लिए अच्छी नींद लेना जरूरी होता है।
त्वचा में खुजली होना
यह भी देखा गया है कि त्वचा में खुजली होने की समस्याएँ तब हो सकती हैं। जब आपकी किडनी अवशिस्ट पदार्थों को बाहर निकालने में असमर्थ होती हैं। जिससे गंदगी आपके शरीर में जमा हो जाती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे आपके शरीर में उपस्थित किडनी, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्वों को संतुलित करने में सक्षम नहीं रह पाती हैं। जिस कारण हड्डियों से जुड़ी समस्याएँ हो सकती हैं। जिससे आपकी त्वचा रूखी व खुजलीदार हो सकती है। इसके अलावा अगर आपको जानना है किडनी के 10 संकेत के बारे में तो हमारे साथ अंत तक जुड़े रहिए।
पेशाब के रंग में बदलाव
आमतौर पर पेशाब में अत्यधिक झाग होना यह दर्शाता है कि यूरिन में प्रोटीन का निकलना अधिक हो रहा है। जिसे एल्ब्यूमिन कहते हैं। ऐसा किडनी में खराबी आने की वजह से होता है। इस दौरान पेशाब का रंग पीला या भूरा हो सकता है। मूत्राशय से खून भी आ सकता है। पेशाब में खून आना किडनी में पथरी तथा ट्यूमर या किसी और संक्रमण के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा रोगी के पेशाब की मात्रा में काफी अंतर देखने को मिलता है। रोगी को कई बार पेशाब करने की आवश्यकता हो सकती है।
चेहरे और पैर में सूजन
चेहरे, पेट और पैरों में सूजन का आना इस बात की ओर संकेत करते हैं कि आप की किडनी बेहतर तरीके से कार्य नहीं कर पा रही है। इस तरह की सूजन को आसानी से देखा जा सकता है। यह भी देकने को मिलता है कि जब किडनी सोडियम को अच्छी तरीके से बाहर नहीं निकाल पाती हैं। तो शरीर में दूषित तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं। जिससे हाथ पैर, तखनो और चेहरे पर सूजन आने लगती है। जिसकी वजह से पेशाब में प्रोटीन निकलने लगता है। जिस कारण हमारे शरीर में चेहरे पर आँखों के आस पास सूजन आ सकती है। इस आर्टिकल में हम किडनी की बीमारी के 10 संकेत के बारे में आपको उचित जानकारी प्राप्त कराएँगे।
मासपेशियों में ऐठन
किडनी फंक्सन के ख़राब हो जाने पर हमारे शरीर में पैरो, मासपेशियों और अन्य जगह पर ऐठन जैसी समस्या देखने को मिलती है। शरीर में सोडियम, कैल्शियम तथा पोटेशियम जैसे अन्य एलेक्ट्रोलाईट के लेवल में असंतुलन होने पर मासपेशियों और तंत्रिकाओं के अपने द्वारा कार्य करने की छमता कम हो जाती है। इसके अलावा हमारे शरीर में शुद्ध भोजन न पहुँच पाने की वजह से भी हमारे शरीर का पाचन तंत्र ठीक नहीं रह पाता है। जिससे पाचन तंत्र से सम्बंधित समस्याएँ देकने को मिलती हैं। जिस वजह से भी मासपेशियों में ऐठन हो सकती है।
सांस का फूलना
दोस्तों आप पड़ रहे हैं किडनी की बीमारी के 10 संकेत के बारे में, सांस का फूलना एक प्रकार की किडनी से जुड़ी बीमारी है। जब हमारे शरीर की किडनी या गुर्दों में उपस्थित होरमोन्स संतुलन की अवस्था में नहीं रह पाते हैं। तब हमको शरीर में सांस लेने जैसी समस्याएँ देखने को मिलती हैं। सांस की समस्या एक गंभीर समस्या है।इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और इसका ठीक समय पर इलाज भी कराना चाहिए। जिससे आपकी यह बीमारी जल्द से जल्द ठीक हो सके। इसी तरह के किडनी की बीमारी के 10 संकेत जानने के लिए आपको यह आर्टिकल अंत तक पड़ना चाहिए।
दिमाग ठीक से काम न करना
किडनी की बीमारी में दिमाग का ठीक से काम न करना भी पाया जाता है। जब हमारे शरीर की किडनी दूषित पदार्थो को शरीर से बहार नहीं कर पाती या सही तरीके से फिल्टर नहीं कर पाती हैं। तब इसका प्रभाव हमारे मस्तिष्क पर पड़ सकता है। इससे मस्तिष्क में जरूरी ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाती है। जिस कारण अधिकतर पाया गया है चक्कर आना, एकाग्रता में कमी आना तथा याददास्त में कमी जैसी समस्याएँ देखने को मिलती हैं।
भूख की कमी
भूख की कमी वैसे एक आम समस्या है लेकिन ये समस्या किडनी की बीमारी में भी देखने को मिल जाती है। किडनी की बीमारी में उल्टी, जी मिचलाना, भूख न लगना और ख़राब पेट जैसी समस्याएँ देखने को मिलती हैं। इस दौरान में आपको थोड़ी बहुत क्रेबिंग भी हो सकती है। जिस कारण बजन कम होने जैसी समस्याएँ देखने को मिलती हैं। हम आपको किडनी की बीमारी के 10 संकेत के बारे में बता रहे, लेकिन भूख की कमी पाचन तंत्र के ठीक न होने पर भी हो सकती है।
उच्च रक्तचाप
उच्च रक्तचाप जैसी समस्या भी किडनी के रोगी में देखने को मिलती हैं। किडनी में खराबी के कारण रोगियों में उच्च रक्तचाप का होना एक आम बात है। उच्च रक्तचाप (high blood pressure) आमतौर पर थोड़ा चक्कर आना, चलने के बाद सांस घुटना, सर में दर्द होना ये बहुत मामूली लक्षण हैं, जिसके कारण पेसेंट डॉक्टर के पास जाता है। तब उसको पता चलता है कि उसको हाई ब्लड प्रेसर की समस्या है।
निष्कर्ष
दोस्तों हम आज के इस आर्टिकल में आपको किडनी की बीमारी के 10 संकेत के बारे में बता चुके हैं। जिसमें हमने आपको किडनी की बीमारी में हमेशा थकान महसूस करना, अच्छी नींद न आना, त्वचा में खुजली होना, पेशाब के रंग में बदलाव, चेहरे और पैर में सूजन, मासपेशियों में ऐठन, सांस का फूलना, दिमाग ठीक से काम न करना, भूख की कमी तथा उच्च रक्तचाप जैसे लक्षण के बारे में विस्तार से बताया। इसी तरह की जानकारी प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ तब तक के लिए धन्यवाद।