अमीबा क्या है अमीबा कहाँ पाया जाता है (Amoeba in Hindi)

अमीबा क्या है?
हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी बायोलॉजी की वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको अमीबा क्या है? अमीबा का भोजन क्या है? अमीबा कौन सा जीव है? अमीबा कहाँ पाया जाता है? अमीबा का वैज्ञानिक नाम क्या होता है? अमीबा की विशेषताएं क्या होती हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे इसके साथ साथ हम आपको अमीबा के 10 लक्षण के बारे में भी इस आर्टिकल में बताएँगे। अमीबा क्या है? यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। इसके बारे में परीक्षाओं में पूछ लिया जाता है। बायोलॉजी से सम्बंधित सभी स्टूडेंट्स को इसके बारे में पता होना चाहिए।
पिछले आर्टिकल में हमने आपको विटामिन क्या है? इसके बारे में बताया। जो एक बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसके बारे में प्रत्येक व्यक्ति को जानकारी होनी चाहिए अगर आपने अभी तक यह महत्वपूर्ण टॉपिक नहीं पढ़ा है तो आप हमारी हिंदी बायोलॉजी की इस वेबसाइट से इस टॉपिक को पढ़ सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको अमीबा क्या है ये कहाँ पाया जाता है? इसका वैज्ञानिक नाम क्या होता है? व अमीवा से सम्बंधित जानकारी देने वाले हैं। अमीबा से सम्बंधित जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े ताकि यह टॉपिक आपको अच्छे से समझ आ सके। तो विना किसी देरी के शुरू करते हैं आज का टॉपिक।
Contents
अमीबा कौन सा जीव है?
अमीबा एक एककोशकीय यूकैरियोटिक जीव होता है। यह एक प्रोटोजोआ है जिसमे अपने आकार को बदलने की क्षमता पाई जाती है। यह तालाबो, झीलों, नदियों, नालो व अन्य ताजे पानी की सतहो तथा अन्य गीले क्षेत्रो में पाया जाता है। यह अपने भोजन को पकड़ने के लिए पादाभ का उपयोग करता है। इसकी खोज जर्मन वैज्ञानिक जोहान रोसेल वॉन रोसेनहोफ ने 1755 में की थी। उन्होंने इसे लघु प्रोटियस (Little Proteus) का नाम दिया। अमीबा के कई जातियां पाई जाती हैं लेकिन इनमे अमीबा प्रोटियस (Amoeba Proteus) सबसे अधिक पाई जाती है। अमीबा एक प्राणी संपोषी जीव है यह म्रदुजलीय एक कोशकीय तथा अनिश्चित आकार का प्राणी है। इसका आकार कूटपादों के बनने और बिगड़ने के कारण बदलता रहता है।
अमीबा कहाँ पाया जाता है?
अमीबा की अलग अलग जातियां हैं जो समुद्र, झीलों, तालाबो, अलवणीय जल और गीली मिट्टी में पाई जाती हैं। अमीबा प्रोटियस विश्वभर में तालाबो झीलों, नालो आदि में तल और सतह पर की काई व तल की कीचड़ में धीरे धीरे रेंगता रहता है। यह शैवाल तथा जीवाणुओं आदि का भक्षण करता है तथा यह विभिन्न प्रकार की प्रितिक्रिया करता है। इसमें सामान्यता द्विविभाजन द्वारा प्रजनन होता है। यह विभिन्न उद्धिपनो से प्रभावित होकर प्रतिक्रियाएं करता है।
अमीबा का भोजन क्या है?
अमीबा एक सरल प्राणी संपोषी जीव होता है यह म्रदुजलीय एककोशकीय तथा अनिश्चित आकार वाला प्राणी होता है। इसका आकार कूटपादों के बनने बिगड़ने के कारण बदलता रहता है। इसके शरीर में पोषण के लिए कोई विशेष रचना नहीं होती है। यह अपने कूटपादों की मदद से ही भोजन ग्रहण करता है। इसका भोजन शैवालो के छोटे छोटे टुकड़े, बक्टेरिया, डायटम, अन्य छोटे एक कोशकीय जीव तथा मृत कार्बनिक पदार्थ के छोटे छोटे टुकड़े आदि होते हैं। इसमें पोषण अंतर्ग्रहण पाचन बहिकरण क्रियाओं द्वारा पूर्ण होता है। अमीबा में भोजन के ग्रहण करने के लिए कोई मुहँ जैसा कोई स्थान नहीं होता है। बल्कि ये शरीर की सतह के किसी भी स्थान से हो सकता है।
अमीबा की विशेषताएं
- अमीबा एक एककोशकीय यूकैरियोटिक जीव होता है।
- यह एक प्रोटोजोआ है जिसमे अपने आकार को बदलने की क्षमता पाई जाती है।
- यह तालाबो, झीलों, नदियों, नालो व अन्य ताजे पानी की सतहो तथा अन्य गीले क्षेत्रो में पाया जाता है।
- इसका आकार कूटपादों के बनने बिगड़ने के कारण बदलता रहता है।
- इसमें पोषण अंतर्ग्रहण पाचन बहिकरण क्रियाओं द्वारा पूर्ण होता है।
अमीबा के 10 लक्षण
- अमीबा एक एककोशकीय सरल सम्पोषी जीव है।
- अमीबा संघ प्रोटोजोआ के अंतर्गत आता है।
- अमीबा का वर्ग राइजोपोडा होता है।
- यह नदी, तालाबो, झीलों व पोखरों आदि में पाया जाता है।
- अमीबा प्रोटोजोआ संघ का प्राणी होता है जिसका शरीर नग्न व अनियमित होता है।
- अमीबा एक अनियमित आकार वाला प्राणी है इसका आकार बदलता रहता है।
- अमीबा का साइटोंप्लाज्म एक्टोप्लाज्म और एन्डोप्लाज्म में विभाजित रहता है।
- प्रचालन करने के लिए अमीबा में छोटी छोटी संरचना होती हैं जिन्हें कूटपाद कहते हैं।
- अमीबा में अलैंगिक जनन बहुविखंडन तथा द्विविखंडन के द्वारा होता है।
- अमीबा में दो प्रकार का पोषण पाया जाता है अर्थात ये सर्वहारी होता है।
अमीबा का वर्गीकारण
अमीवा एक एककोशकीय जीव है अमीबा का वर्गीकारण निम्नलिखित है।
- फाइलम (Phylum) = प्रोटोजोआ ( Protozoa)
- सब फाइलम (Sub Phylum) = प्लाज्मोड्रोमा (Plasmodroma)
- वर्ग (Class) = राइजोपोडा (Rhizopoda)
- गण (Order) = लोबोसा (Lobosa)
- वंश (Genus) = अमीबा (Amoeba)
- जाती (Species) = प्रोटीयस (Proteus)
अमीबा से होने वाले रोग
अमीबा एक एककोशकीय प्रोटोजोआ है जो मनुष्य तथा अन्य जीब जंतुओं में विभिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न कर देता है। अमीबा से होने वाला रोग निम्न है। अमीबायसिस (Amoebiasis)- अमीबायसिस एक प्रकार की बीमारी है जो अमीबा के कारण मानव में फैलती है। इस प्रकार की बीमारी के अमीबा का नाम अमीबा हिस्टोलिटिका होता है। यह रोग जीव जंतुओं के शरीर में गन्दा पानी पीने से, दूषित भोजन करने से तथा दूषित जगह पर नहाने के कारण उत्पन्न हो जाता है। यह अमीबा सीधे हमारे पेट में पहुच जाता है।
हमारी आहार नाल को प्रभावित करता है। जिसके कारण हमें विभिन्न तरह के दुष्परिणाम देखने को मिलते हैं। जैसे- पतले पतले दस्त होना, बेचेनी होना, शरीर में पानी की कमी होना आदि। कभी कभी तो यह अमीबा आंत की दीवार में छेद कर देता है जिससे हमारे शरीर में भयानक रोग उत्पन्न होने के संभाबना पैदा हो जाती है। यह भयानक रोग ही मनुष्य की मृत्यु का कारण बन जाते हैं।
निष्कर्ष
आजके इस आर्टिकल में हमने आपको आपको अमीबा क्या है? अमीबा का भोजन क्या है? अमीबा कौन सा जीव है? अमीबा कहाँ पाया जाता है? अमीबा का वैज्ञानिक नाम क्या होता है? अमीबा की विशेषताएं क्या होती हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया है। इसके साथ साथ हम आपको अमीबा के 10 लक्षण के बारे में भी इस आर्टिकल में बताया है। अमीबा क्या है? यह एक महत्वपूर्ण टॉपिक है इसके बारे में परीक्षाओं में पूछ लिया जाता है। बायोलॉजी से सम्बंधित सभी स्टूडेंट्स को इसके बारे में पता होना चाहिए। इसी प्रकार के महत्वपूर्ण टॉपिक की जानकारी हम अपनी इस वेबसाइट पर देते रहते हैं इसी प्रकार की और भी जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी बायोलॉजी की वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।