जीव विज्ञान किसे कहते हैं इसके जनक, परिभाषा और शाखाओं के नाम

जीव विज्ञान किसे कहते हैं
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हेल्लो दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करता हूँ सब बढ़िया होंगे। दोस्तों पीछे आर्टिकल में हमने आपको निषेचन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी और आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे। जीव विज्ञान किसे कहते हैं जीव विज्ञान की परिभाषा जीव विज्ञान के जनक कौन है। इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलने वाली है। अगर आप जनना चाहते हैं। जीव विज्ञान किसे कहते हैं। जीव विज्ञान के जनक कौन हैं इसके लिए आपको हमारे इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढना होगा।

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जीव विज्ञान किसे कहते हैं?

जीव विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतगर्त जिव धरितो का अध्यान किया जाता है। उन्हें हम जीव विज्ञान कहते हैं। जीव विज्ञानं को English में बायोलॉजी कहते हैं। जीव विज्ञान के अंतगर्त प्रत्येक प्रकार के जीवन का अध्यान किया जा सकता है। जीव विज्ञान जीवित और महत्वपूर्ण प्रक्रियाओ का अध्यान हैं। प्रथ्वी पर बहुत से जीव पाए जाते हैं। और इनका अध्यान करने के लिए जीव विज्ञान का सहारा लेना पड़ता है। जीव विज्ञान के अध्यान द्वारा संतुलित आहार की जानकारी होती है। जीव विज्ञान के अध्यन से हमें अपने शारीर की संरचना और अंगो का ज्ञान प्राप्त होता है। इससे हमें रोग का कारण तथा उसकी निदान की जानकारी होती है।

जीव विज्ञान के जनक कौन हैं?

जीव विज्ञान के जनक Aristotle अरस्तु को कहा जाता है। जीव विज्ञान का एक क्रमबद्ध ज्ञान के रूप में विकाश उन्ही के काल में हुआ। उन्होंने सबसे पहले चरित्र और जन्तु के जीवन और विभिन्न पक्षिओ पर प्रकट किया। जीव विज्ञान की खोज 19वी स्ताप्दी में पहली बार वैज्ञानिक शब्द का प्रयोग विलियम ववेल 1883 में किया गया था।

जीव विज्ञान की परिभाषा

जीव विज्ञान एक ग्रीक भाषा का शब्द है और यह जीवन और जीवो के विज्ञान के लिए परिभाषित किया गया है। एक जीव एक जीवत इकाई है जिसमे एक सेल होता है। उदहारण के लिए जानवरों पौधे और फंगी के कई सेल होते हैं। जिन वस्तुओ की उत्पति किसी विशष परिकर्म  के लिए होती है जीव कहलाती है।

जन्तु विज्ञान

जीव विज्ञान का वह भाग जिमसे जीव जन्तु जानवरों और उनके जीवन के शारीरिक विकाश से और वर्गीकरण सम्बंधित होती है। तो इसे जन्तु विज्ञान कहते हैं।

वनस्पति विज्ञान

वनस्पति विज्ञान को इंग्लिश में Botany कहा जाता है यह Botany शब्द की उपत्ति ग्रीक शब्द से हुई थी। Botany शब्द का अर्थ घास है जो वनस्पति विज्ञान से लिया है। जिसका अर्थ चरन या लिखना भी होता है। विश्व में मिलने वाले पेड़ पौधों का अध्यान वनस्पति विज्ञान के अंतगर्त होता है।

जीव धारियों का वर्गीकरण

दुनिया में बहुत से प्राणी है जो आकार तथा उनके आवश के तौर पर एक दुसरे से हमशा विभिन्न प्रकट करते हैं। इसके लिए ही जीव धारियों का बर्गीकरण करना भी बहुत जरुरी हो गया। इसलिए जीव धारियों का बर्गीकरण कई वज्ञानिको ने किया था। लेकिन (John Ray) वैज्ञानिक ने जीव धारियों का बर्गीकरण शुआती में ही क्रमबद्ध तरीके से शुरू किया। लेकिन के बर्गीकरण का पिता कैरोलस लिनियस को माना जाता है। इन्होने जीव धारियों के बर्गीकरण की आधुनिक बर्गीकरण प्रस्तुत की और इन्होने ही अपनी पुस्तक सिस्टम ऑफ़ नेचर (System Of Nature) में जीव धारियों को दो जगतो में वर्गीक्रत किया है।

जीव धारियों का वर्गीकरण

  1.  पादप जगत
  2. जन्तु जगत अतंत: हिटेकर की बात करें तो इन्होने 5 जगतो में वर्गीक्रत किया।

मोनेर

ये प्रोकैरियोटी कोशिका वाले जीव होते हैं। जिनमे केन्द्रक नहीं होता। जैसे नीली हरि शैवाल जीवाणु। ये जो होते हैं प्रोकैरियोटी कोशिका और इनमे केन्द्रक नहीं पाया जाता है। ये मोनेर की श्रणी में आता है।

प्रोटिस्टा

ये प्रोकैरियोटी कोशिका वाले एक कोशिका जीव होते हैं। जिनमे विकसित प्रकार का केन्द्रक पाया जाता है। जैसे- युग्लिना प्लाजमोडियम अमीबा पैरामिशियम

प्लान्टी

ये प्रकश संश्लेष्ण करने वाले बहुकोशिकाय पौधे होते हैं। जिनकी कोशिकाओ में रित्तिका उपस्थित होती है। जैसे सभी प्रकार की वनस्पतियाँ। सभी प्रकार के वनस्पति प्लान्टी में आ जाते हैं

कवक

इन प्रोकैरियोटी जीव प्राणहरित (Chlorophyll) नहीं होने के कारण प्रकश संश्लेष्ण नहीं होता है।

एनिमेलिया

ये प्रोकैरियोटी एंव बहुकोशिकीय जन्तु हैं।

जीवो के नामकरण की पध्दति

  • सन 1753 में कैरोलस लिनियस ने जीवो के नामकरण की द्विनाम पध्दति को प्रचलित किया।
  • इसके अनुसार इस मेथड के जितने भी जीवधारी हैं। उनका नाम लैटिन के कुछ खाश नाम से मिलकर बना है।
  • इसका सबसे पहले वाला नाम वंश (Generic Name) और दूसरा वाला नाम जाति (Species Name) से मिलकर कहलाता है।
  • वंश तथा जाति नामो के बाद उस वर्गीकिविद(वैज्ञानिक) का नाम लिखा जाता है। जिसने सबसे पहले इस जाति खोजा या जिसने इस जाति की सबसे पहले वर्तमान नाम प्रदान किया जैसे- मानव का वैज्ञानिक नाम होना सैपियन्स लिन(Homo Sapiens Linn)है।
  • वास्तव में होमो उस वंश का नाम है। जिसकी एक जाति सैपिन्स है। लिन वास्तव में लिनियस शब्द का संक्षिप्त रूप है। इसका अर्थ यह है कि सबसे पहले लिनियस ने इस जाति को होमो सैपियन्सनाम से पुकारा है।

विषाणु (Virus)

  • विषाणु किसी जीवित परपोषी के अंदर प्रजजन करने वाले अतिसूक्ष्म अकोशिकीय अविकल्प परजीवी तथा विशेष प्रकार के न्युक्लियो प्रोटीन के कण होते हैं।
  • जो सजीव एवं निर्जीव के बीच की माने जाते हैं।
  • क्योंकि विषाणु में अनुवांशिक पदार्थ (RNA व DNA) उपस्थित होता है तथा गुणन पाया जाता है।
  • विषाणु के भी क्रिस्टल निर्जीवो से समान बनाए जा सकते हैं।

जीव विज्ञान की शाखाओं के नाम

जीव विज्ञान की शाखाओं के नाम

विज्ञान की प्रमुख शाखायएं  जनक
जीव विज्ञान अरस्तु
वनस्पति विज्ञान थियोफ्रेस्टस
आधुनिक वनस्पति विज्ञान लिनियस
अनुवंशिक ग्रेगर जॉन मेंडल
आधुनिक आनुवंशिकी टी एच मॉर्गन
कोशिका विज्ञान राबर्ट हुक
वर्गिर्की लिनियस
चिकित्सा शास्त्र हिप्पोक्रेट्स
जीवाणु विज्ञान ल्युवेन
कवक विज्ञान मईकेलि
वनस्पति विज्ञान चरक
पोलियो वैक्सीन जोनास सॉल्क
रक्त समूह कार्ल लेंडसटीनर
बर्गीकरण कैरोलस लिनियस
एंटीबायोटिक्स अलेक्जेंडरफ्लेमिंग
सूक्ष्मजैविकी लुई पश्चर
आधुनिक भ्रूण विज्ञान वॉन बेयर

मानव स्वास्थ्य एंव रोग

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया जीव विज्ञान किसे कहते हैं। जीव विज्ञान की परिभाषा और जीव विज्ञान के जनक कौन है। इसके बारे में आपको महत्वपूर्ण जानकारी दी आशा करता हूँ। आपको हमारा यह आर्टिकल पढ़कर जीव विज्ञान की पूरी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। ताकि जीव विज्ञान किसे कहते हैं। इसकी जानकारी उन्हें भी प्राप्त हो सके। एक बार हमें कमेंट करके जरुर बताएं आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा धन्यवाद। और हमेशा हमारी हिंदी बायोलॉजी वेबसाइट को हमेशा विजिट करते रहें।

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