ब्लड प्रेशर Low और High क्यों होता है जानिए (Blood Pressure)

ब्लड प्रेशर (Blood Pressure)
दोस्तों स्वागत है आपका हमारी हिंदी बायोलॉजी की इस वेबसाइट पर। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ब्लड प्रेशर(Blood Pressure) क्या है? ब्लड प्रेशर लो क्यों होता है? ब्लड प्रेशर की गोली कौन सी होती है? ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए। इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। इसके साथ साथ हम आपको हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे? ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। ब्लड प्रेशर के बारे में जानना प्रत्येक मनुष्य के लिए जरूरी होता है और ब्लड प्रेशर के कारण कौन कौन सी समस्या उत्त्पन्न हो सकती है। इसके बारे में भी जानना जरूरी होता है यह समस्या क्यों उत्पन्न होती है इसके बारे में जानना हमारे लिए जरूरी होता है।
पिछले आर्टिकल में हमने आपको ब्रेन किसे कहते हैं? इसके बारे में विस्तार के साथ बताया। मस्तिष्क किसे कहते हैं? अगर यह टॉपिक आपने नहीं पढ़ा है तो इस महत्वपूर्ण टॉपिक को आप हमारी इस हिंदी बायोलॉजी की वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं। इसमें हमने आपको विस्तार के साथ मस्तिष्क के बारे में बताया है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ब्लड प्रेशर हाई और लो क्यों होता है। इसके बारे में बताने वाले हैं तथा इस आर्टिकल में हम आपको ब्लड प्रेशर से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं इसलिए इस टॉपिक को अंत तक जरूर पढ़े।
Contents
ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) क्या है?
ब्लड प्रेशर लो और हाई होने की समस्या प्रत्येक व्यक्ति को कभी न कभी हो जाती है। जिसके बारे में हमें पता नहीं चल पता है कि हमारा ब्लड प्रेशर लो है या हाई। ब्लड प्रेशर की इस समस्या को जानने के लिए आइए जानते हैं कि ब्लड प्रेशर क्या है? ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) वह दवाव है जिसकी वजह से ब्लड हृदय में पम्पिंग करता है।
आप सभी लोग जानते होगे कि हमारे शरीर का ब्लड लाल रंग का होता है। इसका रंग लाल इसलिए होता है। क्योंकि इसके अन्दर एक पिगमेंट (वर्णक) पाया जाता है जिसे हीमोग्लोबिन कहते हैं। ब्लड ऑक्सीजन, कार्बन डाईऑक्साइड और भोज्य पदार्थो को शरीर के एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने का कार्य करता है। जब हमारा दिल धड़कता है तो ये हमारे शरीर में ऊर्जा और ऑक्सीजन को पहुचाने के लिए ब्लड को पम्प करता है। पम्पिंग के बाद ब्लड पूरे शरीर में दोड़ता है और शरीर में फैल जाता है ये रक्त वाहिकाओं को धक्का देता है।
रक्त वाहिकाओं को आगे बढ़ाने की ताक़त धक्का पैदा करती है जिसे हम ब्लड प्रेशर में नाम से जानते हैं। अतः ब्लड प्रेशर वह दवाव या प्रेशर है जिसमे पूरे शरीर में ब्लड को ह्रदय के द्वारा पम्प किया जाता है। यदि Blood Pressure High या ज्यादा होता है तो धमनियों व ह्रदय पर अतिरिक्त तनाव उत्पन्न होता है। ब्लड प्रेशर हाई होने से दिल का दौरा भी पढ़ सकता है। इसलिए शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना बहुत आवश्यक होता है।
ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) के प्रकार
ब्लड प्रेशर दो प्रकार का होता है। जो निम्नलिखित हैं।
- सिस्टोलिक
- डायस्टोलिक
सिस्टोलिक
जब ह्रदय ब्लड पम्प करता है और पम्पिंग के दौरान ये सिकुड़ता और फैलता है। तब हृदय के सिकुड़ने के इस चरण में यानि जब दिल सिकुड़ता है तथा धमनियों में ब्लड को पम्प करता है उसे सिस्टोल कहा जाता है। संकुचन के दोरान अधिकतम दवाव जिसपर मुख्य धमनी के माद्यम से ह्रदय ब्लड को छोड़ देता है उसे सिस्टोलिक दवाव कहा जाता है। सिस्टोलिक दबाव 120 mm Hg होता है।
डायस्टोलिक
हृदय की हड्डियों के चरण में जब हमारा हृदय रिलैक्स होता है या फैलता है और हृदय के चेम्बर्स को ब्लड से भर देता है तो इसे डायस्टोल कहा जाता है। हृदय के रिलेक्स या विस्तार चरण के दौरान धमनियों के न्यूनतम दवाव को डायस्टोलिक दबाव कहा जाता है। डायस्टोलिक दबाव 80 mm Hg होता है। Normal Blood Pressure 120/80 माना जाता है।
ब्लड प्रेशर लो क्यों होता है?
व्यक्ति के ब्लड प्रेशर की सामान्य मात्रा 120/80 होना चाहिए जब व्यक्ति के शरीर का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे चला जाता है तो इस अवस्था को लो ब्लड प्रेशर या निम्न रक्तचाप या हाइपोटेंशन कहते हैं। यदि किसी व्यक्ति की रीडिंग 90/60 इससे नीचे चली जाए तो उसे लो ब्लड प्रेशर की श्रेणी में रखा जाता है। Low Blood Pressure के कई कारण हो सकते हैं। जैसे- ज्यादा समय तक भूखा रहना, पानी की कमी, सर्जरी या गंभीर चोट, स्ट्रेस लेना, ड्रग्स का सेवन आदि के कारण लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। डीहाईडरेशन, गंभीर संक्रमण या एलर्जी, हृदय से सम्बंधित दिक्कत आदि के कारण ब्लड प्रेशर लो हो सकता है। यदि आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो आपको नमक का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ता है?
यदि आपका Blood Pressure 120/80 से अधिक होता है तो इसे हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है। आपको इसे कम करने के लिए अपने खान पान के तरीके और लाइफ स्टाइल को बदलने की जरूरत होती है। जब आपका Blood Pressure बढ़ता रहता है तब हाई ब्लड प्रेशर होता है। यह ऐसी स्थिति होती है। जिसमे ब्लड के प्रेशर की रीडिंग 120/80 से अधिक होती है। हाई ब्लड प्रेशर की बजह से आपको गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं जैसे- हार्ट अटैक या किडनी फेलियर या हार्ट फेलियर आदि हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण हमें पहले से दिखायी नहीं देते हैं इसका पता जांच के दौरान ही चल पाता है। हाई ब्लड प्रेशर पर्याप्त नींद न लेना, तनाव और गुस्सा ज्यादा होना, ऑयली और फ़ास्ट फूड का ज्यादा सेवन करना, व्यायाम और शारीरिक श्रम की कमी के कर ब्लड प्रेस्सुर बढ़ता है।
हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे?
अगर आप भी High Blood Pressure को तुरंत कंट्रोल करना चाहते हैं तो हम आप को बता दें कि Blood Pressure को तुरंत कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। लेकिन आप हाई ब्लड प्रेशर के समय कुछ साब्धानिया जरूर बरत सकते हैं जो निम्नलिखित हैं।
- तुरंत बेड पर लेट जाएँ।
- अपने आपको रिलेक्स फील कराये।
- किसी तरह की कोई एक्टिविटी न करे।
- स्ट्रेस न ले और मन को शांत रखे।
- अपना ब्लड प्रेशर समय समय पर चेक कराते रहें व डॉक्टर के संपर्क में रहें।
हाई ब्लड प्रेशर की गोली
- ENAPRIL-10
- PRAZON-1
नोट- इनमे से किसी भी टेबलेट को चिकित्सक की सलाह के बिना इस्तेमाल न करें।
निष्कर्ष [ ब्लड प्रेशर (Blood Pressure)]
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको ब्लड प्रेशर क्या है? ब्लड प्रेशर लो क्यों होता है? ब्लड प्रेशर की गोली कौन सी होती है? ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे इसके साथ साथ हम आपको हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे? ब्लड प्रेशर क्यों बढ़ता है? इसके बारे में विस्तार के साथ बताएँगे। ब्लड प्रेशर के बारे में जानना प्रत्येक मनुष्य के लिए जरूरी होता है और ब्लड प्रेशर के कारण कौन कौन सी समस्या उत्त्पन्न हो सकती है इसके बारे में भी जानना जरूरी होता है। इसी प्रकार के नये नये टॉपिक की जानकारी पाने के लिए जुड़े रहिए हमारी हिंदी बायोलॉजी की वेबसाइट के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।