थायराइड को खत्म करने के तरीके और देसी रामबाण दवा – Thyroid
हेल्लो दोस्तों कैसे हैं आप आशा करता हूँ। सब बहुत बढ़िया होंगे। हमने पिछले आर्टिकल में आपको वनस्पति विज्ञान के पिता के बारे में बताया और आज हम आपको बताएंगे थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय बताएँगे। क्या आप भी जनना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आये हैं आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएँगे थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय और देसी रामबाण दवा के बारे में।
दोस्तों थायराइड एक आम समस्या हो गई है ये डायबिटीज की तरह तेजी से फ़ैल रही है। थायरॉइड से सम्बन्धित बीमारी अस्वस्थ खान-पान और तनावपूर्ण जीवन जीने के कारण होती है। आयुर्वेद के अनुसार, वात, पित्त व कफ के कारण थायरॉइड संबंधित रोग होता है। जब शारीर में वात एवं फक दोष हो जाता है। तब व्यक्ति को थायरॉइड होता है। थायरॉइड का इलाज करने लिये आयुर्वेदिक तरीको को अजमा सकते हैं। आयुर्वेदीय उपचार द्वारा वात फक दोषों को सन्तुलित किया जाता है। थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय जानने के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंततक जरुर पढ़ें।
थायराइड क्या है?
हम सब के पास एक गर्दन है और गर्दन के बिच वाले हिस्से के अंदर मौजूद होती है। एक छोटी सी तितली जैसी दिखने वाली चीज जिसे हम थायराइड ग्लैंड कहते हैं और ये छोटा सा दिखने वाला थायराइड ग्लैंड हमारे शारीर के बहुत बहुत बड़े काम करता है। जैसेकि हमारे शारीर में होने वाले पाचन का ध्यान रखना हमारी एनर्जी को कण्ट्रोल करना और इस ग्लैंड का बहुत बड़ा हाथ हमारे शारीर के ग्राथ और डेवलपमेंट में भी होता है। हमारे शारीर में कितना पाचन होना चाहिये कितनी तेजी से होना चाहिए। कितना फैट बनना चाहिए कितनी मसलबननी चाहिए सब थायराइड ग्लैंड ही मैनेज करता है। यह थायराइड हमारे शारीर के इतने जरुरी कामो का ध्यान रखता है। इसका असर हमारे शारीर के लगभग हर हिस्से पे होता है। हमारे लीवर किडनी दिल यहाँ तक की दिमाग पर भी इसका असर होता है।
तो अपने इन सब कामो को पूरा करने के लिए थायराइड दो तरह के हार्मोन रिलीज करता है। पहला Thyroxine जिसे T4 भी कहते हैं और दूसरा Tridothyronine जिसे T3 भी कहते हैं। आपने अपने ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट पर इन हार्मोन का नाम देखे होंगे। T3 एंड T4 द्वारा थायराइड ग्लैंड हमारे सेल्स को संदेश भेजता है कि उन्हें कण ऑक्सीजन और न्यूट्रीएंट्स लेने की जरूरत है। और कब नहीं है। अगर हमारे शारीर में एनर्जी ज्यादा हो गई है तो यह थायराइड ग्लैंड इन हारमोंस का रिलीज कम कर देता है। लेकिन कभी कबार हमारा यह थायराइड ग्लैंड सही से काम नहीं करता अपने हारमोंस को सही मात्रा में रिलीज नहीं करता। इसी दिक्कत को हम आम भाषा में थायराइड की बीमारी कहते हैं। थायराइड की दिक्कत आपको दो तरह से हो सकती है।
- Hyperthyroidism
- Hypothyroidism
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Contents
Hypothyroidism
Hyperthyroidism वो कंडीसन है जिसमे हमारा थायराइड ग्लैंड बहुत कम हारमोन बनता है। जिसकी बजह से हमारे शारीर की पाचन शक्ति बहुत कमजोर हो जाती है। जिन लोगो को Hyperthyroidism होता है उन्हें बजन बढ़ना थकान होना ज्यादा ठंड लगना जुडो का सूज जाना वालो का झाड़ना त्वचा का रूखापन हो जाना और लडकियों को पीरियड्स में परेशनी आना जैसी दिक्कत हो सकती है।
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Hyperthyroidism
Hyperthyroidism वह कंडिशन है। जिसमे आपको थायराइड ग्लैंड बहुत ज्यादा हारमोन रिलीज करने लगता है। जिसके कारण आपके दिल की धड़कन का ज्यादा बढ़ना ज्यादा भूख लगना बजन का घटना ज्यादा गर्मी लगना जैसी पेशानियां हो सकती हैं। Hyperthyroidism वाले लोगो को ज्यादा पशीना बेचैनी नीद ना आना परेशनियाँ हो सकती हैं।
थायराइड बिमारी को खत्म करने के आयुर्वेदिक उपाय
- जिनको थायराइड है हाइपोथायराइड हो या हाईपरथायराइड दोनों में ही 10- 30 मिनट तक कपालभाति व उज्जाई प्रणायाम करें।
- थायराइड के लिए सर्वागसन व हलासन करें। जिनकी उम्र ज्यादा है ह्दय रोग है व हाई बी.पी है की प्रोब्लम है तो वे लोग सर्वाइकल स्पोनिडलाइटीस है और वे हलासन उष्ट्रासन नहीं कर सकते हैं।
- जिनको थायराइड की समस्या बहुत ज्यादा है और वे व्यायाम और आसन ज्यादा न कर पाते हैं तो 7 से 21 बार तक कपालभाति व उज्जाई प्रणायाम करें।
- दोनों हाथ में अंगूठे के निचे उठे हुए भाग को 2 से 2 मिनट दबायें इससे थायराइड में काफी लाभ होता है।
थायराइड होने के लक्षण
- थायराइड होने का सबसे मुख्य कारण है बजन बढना।
- ज्यादा ठंड लगाना।
- पीरियड्स से सम्बंधित दिक्कत होना।
- मूड सम्बंधित दिक्कत आना।
- स्किन पतला होना।
थायरॉइड रोग का घरेलू इलाज
आप थायराइड का इलाज करने के लिए घरेलु उपचार अपना सकते हैं।
काली मिर्च के सेवन से
थायराइड का घरेलु उपचार में आप नियमित रूप से अपने भोजन में थोड़ी मात्रा में कलि मिर्च का सेवन करें।
अलसी का चूर्ण से
अलसी का चूर्ण उपयोग करके थायराइड की समस्या को आराम पंहुचा सकते हैं। क्योंकि अलसी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 पाया जाता है। ओमेगा 3 थायरॉइड के कार्य को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए थायरॉइड के रोगियों को नियमित रूप से अलसी के चूर्ण का उपयोग करना चाहिए।
हल्दी और दूध से
अगर आप प्रतिदिन दूध में हल्दी पका कर उसका सेवन करते हैं तो ये भी थायराइड का ही उपचार होता है।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय बताये और थायराइड के लक्षण थायराइड खत्म करने के लिए दावा बताई आशा करता हूँ। अब आपको यह आर्टिकल पढ़कर थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय और थायराइड के बारे में सारी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। ताकि उन्हें भी पता चल सके थायराइड क्या है और थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय के बारे में। एक बार हमें कमेंट करके जरुर बताएं आपको हमारा यह आर्टिकल कैसे लगा धन्यवाद। अगर आपको हमेशा पड़ाई से मिलते जुलते आर्टिकल चाहिए तो हिंदी बायोलॉजी वेबसाइट को हमेशा विजिट करते रहें।
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